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Saturday 8 October 2016

जरा सोचें...!!! क्यों हम अच्छी बातों को follow नहीं कर पाते..??

जरा सोचें...!!!

क्यों हम अच्छी बातों को follow नहीं कर पाते..??


story 01...
किसी एक बात पर ही अपना concentrate करें...

जिसने भी लिखा है...!!!
उसने क्या खूब लिखा है:-

         "रोज status बदलने से जिंदगी नहीं बदलती;                  जिन्दगी को बदलने के लिए सिर्फ एक status                    काफी है।"
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In fact, जब किसी बच्चे को उसका teacher ज्यादा homework (10 page) दे देता है तो फिर या तो वह बच्चा कम homework कर पाता है या फिर homework ही नहीं करता है।
अगर उसका teacher उसे कम homework (2-4 page) ही दे तो वह बच्चा उस homework को अच्छे से करता है और उस homework पर concentrate भी करता है।
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ठीक ऐसा ही हमारे साथ भी होता है जब इन्टरनेट पर उपस्थित सभी अच्छी post को हम पढ़ते जाते हैं; पढ़ते जाते हैं और जब follow करने की बारी आती है तब या तो हम उन post को कम follow करते हैं या फिर follow ही नहीं करते हैं।
अगर हम सिर्फ एक अच्छी post को पढ़ें और जिन्दगी भर उसे follow करें तब देखो सिर्फ वही post हमारी जिन्दगी बदल देगी।
क्योंकि फिर हम उस post को अच्छे से follow करते हैं और उस post पर अपना पूरा concentrate भी करते हैं।
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मेरा मतलब रोज अच्छी post पढ़ने से जिन्दगी change नहीं होगी; जिन्दगी change करने के लिए सिर्फ एक post को follow करना ही काफी है।

story 02...
एक motivational post की value...
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क्या आपने कभी सोचा है कि जो कोई भी motivational post या Blog लिखता है वो कितनी मेहनत, कितनी लगन से लिखता है...!!!
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अगर आप इस बात को feel करना चाहते हो तो किसी दिन कोई ऐसी post बनाकर देखो जिसे पढ़कर लोग उस post के बारे में सोचने को मजबूर हो जाएँ और आपको ऐसी post बनाने के लिए; दिल से thanks बोलें।
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अगर आप कोई ऐसी effective और heart touching post बनाओगे तो उसे बनाने में आपको 3-4 घंटे लग जायेंगे और जब उस post को आप prepare करके किसी को पढ़ाओगे तो वो सिर्फ 5 मिनट में पूरी पोस्ट पढ़कर इति श्री कर देगा।
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अगर पूरी post पढ़ने के बाद कहीं उस व्यक्ति ने आपकी post को बकवास बता दिया तब आपको feel होगा कि वाकई ही कोई blog या motivational post बनाना; कितना मुश्किल कार्य (hard work) है।
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इन्टरनेट से कोई भी एक motivational post choose करो।
और उसे सरसरी निगाहों से नहीं बल्कि दिल से पढो..!!!
जब आप उस post को पूरा पढ़ लो तब उसके बारे में सोचो...???
आपको सोचने पर पता चल जायेगा कि किस तरह लिखने वाले ने उसमें अपने सारे emotions, experiences और feelings को input किया है।
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लिखने वाला; अपनी पूरी ताकत सिर्फ इसी बात में झोंक देता है कि कहीं कोई व्यक्ति उसके blog का गलत मतलब ना निकाल ले, बकवास ना बता दे और उसके लिखे हुए शब्द किसी की भावनाओं को ठेस ना पहुंचा दे।
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इन्टरनेट पर उपस्थित हर एक blog अपने आप में special होता है, उस blog में लिखने वाले के सारे emotions और experiences include रहते हैं।
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अब पता चला कि वाकई ही एक अच्छी और effective post लिखना उतना आसान नहीं है जितना कि लोग समझते हैं।
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story 03...
इसलिए भी नहीं कर पाते हम अच्छी बातों को follow...
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मैंने कहीं पढ़ा था :-
               "लोगों पर सुविचारों का असर इसलिए भी नहीं होता क्योंकि लिखने और पढ़ने वाले दोनों यही समझते हैं कि यह दूसरों के लिए है।"
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अब सोचिये जिसने भी यह thought बनाया होगा उसने कितना सोच-समझकर बनाया होगा।
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लिखने वाला जब पूरा blog लिखकर हमें send करता है तो अच्छा लगने पर हम उसे follow नहीं करते हैं बल्कि उसे किसी दूसरे को share कर देते हैं और समझ लेते हैं कि इस blog को हमने follow कर लिया।
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क्या इसे follow करना कहेंगे..???
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नहीं; इसे सिर्फ खुद का और दूसरों का timepass करना कहेंगे...!!!
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यही कारण है कि हम अच्छी बातों को follow करने से वंचित रह जाते हैं।
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खैर, मैं आपको कोई प्रवचन नहीं दे रहा हूँ।
मैं वही बातें repeat कर रहा हूँ जो आप पहले से जानते हैं लेकिन मानते नहीं।
मैं सिर्फ इतना कहना चाह रहा हूँ कि जब भी social media पर आपको कोई post या blog अच्छा लगे तो उसे सिर्फ share मत कीजिये बल्कि उसे जितना हो सके अपनी life में follow करने की कोशिश करें।
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मेरे हिसाब से आप सिर्फ वही सुविचार लोगों को share कीजिये जिसे follow करने की आप हिम्मत रखते हों।
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अगर आप अपने किसी करीबी या दोस्त को ऐसा सुविचार share करते हो जो आप खुद follow नहीं करते तो बदले में वो आपसे बोल सकते हैं कि पहले खुद ही अच्छे बन जाओ; बाद में हमें बनाना।
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तो ऐसे बोलने वाले काम मत करो जिससे लोग आपकी टाँग खींचे। ;)
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i think, मेरे तीनों message आप लोगों तक पहुँच गये होंगे कि मैं क्या कहना चाहता हूँ।
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फिर भी इस blog के तीनों important points; repeat करना चाहूँगा।
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1.रोज अच्छी post पढ़ने से जिंदगी नहीं बदलती; जिन्दगी को बदलने के लिए सिर्फ एक अच्छी post ही काफी है।

2. एक अच्छी और motivational post लिखना भी एक बहुत बड़ी कला है।
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3. आप किसी भी सुविचार को पढ़ने के बाद ये ना समझें कि ये दूसरों के लिए है।
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आशा करता हूँ कि इस blog से आपको कुछ सीखने को मिला होगा।
बाकी इस लेख से अगर आपको कुछ शिकायत हो या कुछ कहना चाहते हो..!!
तो comments अवश्य करें।
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जय हिन्द।

इन्हें भी पढ़ें:-
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3 comments:

  1. Replies
    1. Hmmm...Thanx
      आपको भी follow करना चाहिए

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    2. Hmmm...Thanx
      आपको भी follow करना चाहिए

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